इन कहानियों को स्कूल के पाठ्यक्रम में भी पढ़ाया जा सकता है। हमारी कहानियों को अगर आप अपने स्कूल में पढ़ाते हैं तो हमें ख़ुशी होगी और हमें बदले में कुछ भी नहीं चाहिए है।
हमारी इन कहानियों में ना कोई बनावट है और ना ही कोई शब्दों का खेल है, लेकिन हर कहानी एक बहुत गहरा सन्देश है।
ये कहानियां जीवन की दैनिक छोटी छोटी घटनाओं पर आधारित हैं और बहुत ही सरल और सीधी भाषा में लिखी गयी हैं। इन छोटी छोटी कहानियों को आप पढ़ने के बाद अपने छोटे भाई बहनो और बच्चों को भी सुनाना पसंद करेंगे।
हम इस बात पर यकीन करते हैं के अच्छा साहित्य वही होता है जो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे और पढ़ने वालों को शब्दों के जाल में फंसना ना पड़े। हम ये फिर से साफ़ करते हैं के हमारी कहानियों की भाषा ना तो अलंकृत है और ना ही काव्यात्मक। हम सादगी को साहित्य में दूर दूर तक फैलाने में यकीन करते हैं।
तो बस शुरू हो जाइये हमारी इन छोटी छोटी सी कहानियों का आनंद लीजिये।
टी. सिंह
मेरे लिए सब बराबर हैं
अंत किताब में (रहस्य)
आज तृप्त हुई हूँ (प्रेम कहानी)
अजनबी की पुकार (लघु कथा)
आज का रोमियो (मजेदार कहानी)
उड़ जाना चाहती हूँ (रहस्य से भरपूर)
उनको रोक लीजिये (आज की सच्चाई)
एक ऐसा मिलन (आज की कहानी)
एक कौमा एक जान (अति सुन्दर कहानी)
ऐसा कैसा प्यार (नयी कहानी)
कोई नहीं जान सका (रहस्य और रोमांच)
क्या बीन रहे हो (एक मार्मिक कहानी)
गरीबों को कुछ नहीं होता है (मार्मिक कहानी)
जिन्दा रहना है तो (आज की कहानी)
कौन सी खाद डाली थी (रहस्य)
तुम ही जिद्दी थी (कहानी रिश्तों की)
तृप्त नयनो से (प्रेम कहानी)
नसीब बदल लें (आज की कहानी)
प्यार की इन्तेहा (प्रेम कहानी)
प्यार की फुसफुसाहट (एक दुखद कहानी)
प्यार शादी के बाद (सुन्दर कहानी)
बरसात में अजनबी (एक सुन्दर कहानी)
मुझे छूने की हिम्मत कैसे हुई (आज की कहानी)
मेरे दोस्त का पेशा (रहस्य)
मेरे लॉकर का पासवर्ड (रहस्य)
मैं आपकी पत्नी हूँ; वो हमारी बहु है (आज की कहानी)
हम अछूत हैं (मार्मिक कहानी)
हम नहीं, व्यवस्था अछूत है (छोटी कहानी)
आज कह देती हूँ (सुन्दर कहानी)
कर्त्तव्य और अधिकार
मीठी बोली और बला...बला...बला...
लोगों की बातें (आज की कहानी)
वाह री दुनिया, कैसे तेरे रंग (नयी सच्ची कहानी)
अपना पहला घर (मार्मिक कहानी)
माँ, बेटा, और बहु (आज की कहानी)
अप्रत्याशित क्षण (नयी कहानी)
घर अपना पराया (नयी कहानी)