इस कथा के मुख्या पात्र, लेखक के परिवार की तरह, त्रिनिदाद में भारत से आकर बस गए होते हैं. वो एक विलायती उपनिवेश से दुसरे विलायती उपनिवेश में जाकर बस गए होते हैं.
कुछ वर्षों के बाद इस उपन्यास की कहानी पर इक फिल्म भी बनी और वो सफल रही. इस उपन्यास को विश्व की अनेकों भाषाओँ में अनुवादित किया जा चुका है.
इस पुस्तिका में हम 'अ हाउस फॉर मिस्टर बिस्वास' का हिंदी सारांश प्रस्तुत कर रहे हैं.
ये पुस्तिका विशेष कर के उन छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है जो छात्र हिंदी माध्यम से पढ़कर कॉलेज पहुंचे हैं और अब अंग्रेजी साहित्य का अध्ययन कर रहे हैं.