यह कहानी एक तरफ़ा मोहब्बत की क़ामयाब कोशिश है। कोई इंसान जब दिल के हाथों मजबूर होकर कुछ हेरफ़ेर कर बैठता है तो कई बार उसकी इस शिद्दत को दिव्य स्वीकृति मिल जाती है। किस तरह अपने प्रेम के बीज को अपने प्रेमी के दिल में बो कर उसे विश्वास और सब्र से सींचा जाता है। यह हमारी कहानी के नायक वीर से सीखा जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ, अक्सर हम भ्रम में क़ैद होकर अपनी हठ को ही अपनी बेड़ियाँ बना लेते हैं। बिना यह समझे कि सच्चाई कब से हमारी आँखों के सामने खड़ी है। वह सच्चाई जो मीत की क़िस्मत में थी लेकिन वह उस रात की छाप की गिरफ़्त में होते उसे देख नहीं सकी।
यह कहानी एक और मुद्दे को सामने लाती है कि विज्ञान और ज्योतिष विद्या जैसे साधन इंसान को हिम्मत और सही रास्ता दिखाने...