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Title details for सेनोरिटा ने ऐसा क्यों कहा? by Ashok Kumawat - Available

सेनोरिटा ने ऐसा क्यों कहा?

ebook

क्या आपके समक्ष कभी रंगभेद की समस्या उत्पन्न हुई है? क्या आपने अथवा आपके किसी मित्र ने रैगिंग की समस्या का सामना किया है? धर्म की जो परिभाषा आपने समाज के लोगों द्वारा सुनी है, क्या वह सही है? ईश्वर के बारे में समाज में जो धारणाएं प्रचलित है, क्या वे सही हैं? क्या जाती-सम्प्रदाय मानवता से भी उपर हैं?

क्या इस प्रकार के प्रश्नों से आपका कभी सामना होता है? क्या आप ऐसे प्रश्नों का उत्तर जानना चाहते हैं ? अगर हाँ, तो यह किताब आपके लिए लिखी गई है |

मिस्टर अशोक कुमावत राजसमंद,राजस्थान के जाने-माने लेखक हैं | उनके द्वारा लिखित हजारों कंटेंट आज इंटरनेट पर मौजूद है | प्रस्तुत किताब उनके द्वारा लिखित आठवीं किताब है | सेनोरिटा इस किताब की नायिका है जो लड़कियों पर होने वाले अत्याचारों पर अपना दृष्टिकोण व्यक्त करती है | यह केवल एक लव स्टोरी नहीं है बल्कि एक ऐसी पुस्तक है जिसमें रंगभेद, रैगिंग, कॉमेडी, धर्म, ईश्वर, जाती, सम्प्रदाय, अंधविश्वास इत्यादि पर बहुत कुछ लिखा गया है |

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